रत्नेश पाण्डेय मध्य प्रदेश के प्रथम आधिकारिक पर्वतारोही और माउंट एवरेस्ट विजेता हैं।
मध्य प्रदेश के सर्वोच्च पुरस्कार- विक्रम पुरस्कार से सम्मानित हैं। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा दिया गया साहसिक खेलों के लिए प्रथम विक्रम पुरस्कार प्राप्त खिलाड़ी हैं।इसके साथ ही इन्हें सतना गौरव सम्मान, चित्रकूट गौरव सम्मान एवं विंध्य गौरव सम्मान से भी मध्य प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया गया।
प्रथम बार हमारे देश का राष्ट्रगान जन-गण-मन दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट के शिखर पर गुंजायमान हुआ और इतिहास बना जिसकी आधिकारिक पुष्टि नेपाल सरकार ने की। इन्होंने यूरोप का सबसे ऊंचा पर्वत माउंट एलब्रुस दो बार चढ़ा और अफ्रीका महाद्वीप का सबसे ऊंचा पर्वत माउंट किलिमंजारो के साथ माउंट मेरु और माउंट लिटिल मेरु में भी सफलतापूर्वक आरोहण किया। अभी तक इन्होंने दुनिया के 21 से अधिक प्रख्यात पर्वतों पर सफलतापूर्वक आरोहण किया है।
- भारतीय आईस क्लाइंबिंग टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए इटली और स्विट्जरलैंड में आईस क्लाइंबिंग वर्ल्ड कप खेला।
- इन्होंने 2 अक्टूबर 2020 को 25 किन्नरों के एक दल को हिमालय की फ़्रेंड्शिप चोटी पर सफलतापूर्वक आरोहण कराया और ऐसा करने वाले यह पहले किन्नर बने।
- 2 अक्टूबर 2021 को इनके मार्गदर्शन में हरियाणा के 25 दिव्यांग बच्चों के दल ने सफलतापूर्वक 6111 मीटर ऊंचे माउंट यूनाम पर सफलतापूर्वक आरोहण किया।
- 2019 में इन्होंने माउंट एवरेस्ट पे अपनी ऑक्सीजन सिलेंडर देकर अर्जेंटीना के एक पर्वतारोही की जान भी बचाई।
2015 में इंदौर स्मार्ट सिटी के लिए इन्होंने चलती हुई बाइक के सीट के ऊपर खड़े होकर 32.3 किलोमीटर तक मोटरसाइकिल चलाई और गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। इंदौर नगर निगम ने इन्हें “Smart Rider of Smart City” टाइटल देकर ब्रांड एंबेसडर बनाया।
एक धर्म प्रचारक के तौर पर इन्होंने पूर्वोत्तर के सबसे बड़े महोत्सव- अंबुबाची, जो कि आदिशक्ति मां कामाख्या के दरबार में होता है, उसका प्रचार प्रसार पूरे देश में मोटरसाइकल से घूम कर किया जिसमें इन्होंने 39 दिनों में 14500 किलोमीटर की देशव्यापी यात्रा की। सिंहस्थ महाकुंभ 2016 का भी प्रचार इन्होंने हिमालय शिखर पर सिंहस्थ का ध्वज लगाकर किया।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सम्माननीय पदाधिकारियों के मार्गदर्शन में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अयोध्या के मंदिर निर्माण हेतु निधि समर्पण महा अभियान में इन्होंने स्वप्रेरणा से प्रभु श्री राम की कर्मभूमि चित्रकूट धाम से श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अयोध्या तक की 9000 किलोमीटर की बाइक यात्रा कर यूथ फॉर राम कैंपेन (#YouthForRam) के माध्यम से देश के युवाओं को इस पुनीत कार्य से जोड़ा।
रत्नेश अभी अपनी मातृभूमि सतना स्मार्ट सिटी और स्वच्छता अभियान के ब्रांड एंबेसडर हैं। इसके साथ ही भारत सरकार के खेल मंत्रालय ने उन्हें फ़िट इंडिया मिशन का चैम्पीयन घोषित किया है।
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